अगले वर्ष फरवरी में होने वाले एयू जयपुर मैराथन में हर कोई जीतना चाहता है। महज दौड़ना ही मैराथन जीतने के लिए काफी नहीं है बल्कि कुछ खास टिप्स के प्रैक्टिस और हेल्थ केयरिंग ही आपको जीत दिला सकती है। एयू जयपुर मैराथन के लिए पहली स्पेशल रनिंग क्लिनिक आयोजित की गई जिसमें इंटरनेशनल फिटनेस कोच अजय सेठी ने बेहतर धावक बनने के खास टिप्स बताए।जानिए क्या है टिप्स…
- नियमित दौड़ना चुस्त,स्वस्थ और खुश रखता है। यह भी ध्यान रखें कि हर किसी की शारीरिक क्षमता भिन्न होती है और आपको उसी के हिसाब से तैयारी करनी है।
- आप किसी भी शूज में किसी भी जगह(सड़क या पार्क या ट्रेड मिल)पर दौड़ सकते है बस जरूरत है आपको सही तरीके से दौड़ने की।
- अपने मन से उन विचारों को दूर करें,जो आपको दौड़ने से रोकते हैं,जैसे बहुत गर्मी है,बारिश हो रही है,धूल बहुत है,घुटनों में दर्द है,लोग क्या सोचेंगे वगैरह।
- दौड़ते समय शरीर को आगे की तरफ झुकाकर दौड़ना चाहिए जिससे ग्राउंड फोर्सेज और ग्रेविटी बॉडी के अगेंस्ट में काम ना करे और हम नेचुरल वे में आगे स्मूद तरीके से रन कर पाएं।
- यदि आप जल्दी-जल्दी कम गहरी सांसें लेते हैं तो इसका मतलब है कि आप न सही से ऑक्सीजन ले रहे हैं और न कार्बन डाईऑक्साइड छोड़ रहे हैं।
- इस तरह आप केवल फेफड़ों के ऊपरी हिस्से का इस्तेमाल कर रहे हैं।
- फेफड़े के इस ऊपरी हिस्से में ऑक्सीजन और कार्बन डाई ऑक्साइड के आदान-प्रदान के लिए कम मात्र होती है।
-पर जब आप नियंत्रित और गहरी सांसें लेते है,ऐसे में सांस लेने और छोड़ने की प्रक्रिया सहज होती है ।
-रनिंग क्लिनिक में भाग लेने आये अतिरिक्त महानिदेशक संजीव सिंह जो कई वर्षों से मैराथन दौड़ रहे हैं ने कहा की रनिंग मेरे लिए एक आनंद का विषय है और इसे आनंद के साथ ही दौड़ना चाहिए।
-वोडाफोन के स्टेट हेड अमित बेदी ने रनिंग क्लिनिक में भाग लेते हुए कहा की रनिंग कॉरपोरेट में काम कर रहे लोगों के लिए एक स्ट्रेस बूस्टर की तरह है जो की तनाव कम करने काफी मदद करती है।
-एयू जयपुर मैराथन के संयोजक पंडित सुरेश मिश्रा ने कहा की दिसम्बर और जनवरी माह में और भी रनिंग क्लिनिक लगाए जाएंगे।