पहली बार किसी मैराथन में भारी संख्या में दिव्यांगों ने दौड़ने का फैसला किया है। एयू जयपुर मैराथन में पहली बार 50 से ज्यादा दिव्यांग ट्राई साइकिल पर और बाकी कृत्रिम पैरों के दम पर शहर की सड़कों पर दौड़ते नजर आएंगे। इसके लिए पैरा स्पोर्ट्स एसोसिएशन को भी जयपुर मैराथन से जोड़ा गया है। जानिए और क्या खास होगा इस मैराथन में…
- शहर के लक्ष्मी विलास होटल में एक प्रेस मीट के दौरान पैरा स्पोर्ट्स एसोसिएशन ऑफ राजस्थान के चीफ कॉर्डिनेटर दिनेश उपाध्याय ने बताया कि रियो ओलिंपिक के गोल्ड मेडल विनर देवेंद्र झाझड़िया, मरियप्पन वेनेयुला, सिल्वर मेडल विनर दीपा मलिक, ब्रॉन्ज मेडल विनर वरूण भाटी मैराथन को फ्लैग ऑफ करेंगे।
- इस मौके पर पैरा एथलीट शताब्दी अवस्थी ने कहा कि वे बचपन से विकलांग नहीं थी बल्कि एक एक्सीडेंट के चलते वे ऐसी हो गईं।
- शताब्दी ने कहा कि आज वो जो कुछ भी हैं, केवल हौसले की वजह से हैं।
- उनका कहना है कि राज्य में बहुत ऐसे दिव्यांग हैं जिन्हें बेहतर ट्रेनिंग और गाइडेंस मिले तो वे बेहतर परफोर्म करेंगे।
- राज्य में बहुत सारे दिव्यांग हैं जो केवल अपनी किस्मत को कोसते हैं।
- वे जब इस मैराथन में दिवंगतों के हौसले को देखेंगे तो उनको ताकत मिलेगी।
- एयू जयपुर मैराथन के सीईओ मुकेश मिश्रा ने बताया कि 5 फरवरी को होने वाले मैराथन में राजस्थान, दिल्ली, हरियाणा, गुजरात, महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु समेत दूसरे राज्यों के पैरा एथलीट हिस्सा ले रहे हैं।